School Closed: अरे वाह भाई! आज सुबह से ही फोन पर मैसेज आने लगे – “स्कूल बंद हो गए!” और सच में हो गए! जम्मू-कश्मीर सरकार ने मंगलवार को ही सर्दियों की छुट्टियों का ऐलान कर दिया। कश्मीर घाटी में ठंड इतनी ज़्यादा पड़ रही है कि अब बच्चों को सुबह-सुबह उठाकर स्कूल भेजना मुश्किल हो गया था। तो बस, सरकार ने सोचा – पहले बच्चों की सेहत!
कब से कब तक बंद रहेंगे स्कूल?
- बालवाटिका (प्री-प्राइमरी) → 26 नवंबर 2025 से 28 फरवरी 2026 तक (पूरे 3 महीने!)
- कक्षा 1 से 8 तक → 1 दिसंबर 2025 से 28 फरवरी 2026 तक
- कक्षा 9 से 12 तक → 11 दिसंबर 2025 से 22 फरवरी 2026 तक
यानी छोटे बच्चों को सबसे ज़्यादा छुट्टी मिली। बड़ा अच्छा किया न!
ठंड कितनी है भाई?
श्रीनगर में पिछले हफ्ते रात का तापमान -3.1 डिग्री तक चला गया। गुलमर्ग, पहलगाम, कोकरनाग में तो और भी ज़्यादा ठंड। सुबह-सुबह सड़क पर बर्फ जम जाती है, गाड़ी फिसलने लगती है। बच्चे छोटे-छोटे जूते पहनकर चलते हैं, गिरने का डर रहता है। ऊपर से ज्यादातर सरकारी स्कूलों में हीटर भी नहीं है। सोचो बच्चा पूरा दिन ठिठुरता रहे – पढ़ाई कैसे होगी?
चिल्लई कलां का डर
21 दिसंबर से शुरू होने वाले 40 दिन तो सबसे खतरनाक होते हैं। ये “चिल्लई कलां” कहलाते हैं। इस दौरान तापमान -7, -8 डिग्री तक चला जाता है। डल झील भी जम जाती है, नदियाँ-नाले सब बर्फ बन जाते हैं। ऐसे में स्कूल खोलना मतलब बच्चों को जोखिम में डालना।
मम्मी-पापा खुश, बच्चे ज़्यादा खुश!
अब घर में बच्चे कंबल ओढ़कर कार्टून देख रहे हैं, गर्म-गर्म कहवा पी रहे हैं, कहीं-कहीं तो कांगड़ी लिए बैठे हैं। मम्मी को थोड़ी टेंशन है कि “इतनी छुट्टी में ये शैतान क्या-क्या करेंगे?” लेकिन सच कहूँ तो हम सबको बचपन में ऐसी लंबी छुट्टियाँ याद रहती हैं ना! बर्फबारी में खेलना, गाजर का हलवा खाना, रात में चादर तानकर कहानियाँ सुनना – वाह! ज़िंदगी है कि नहीं?
थोड़ा सीरियस हो जाऊँ?
हाँ, मज़ाक अलग चीज़ है, लेकिन ठंड सच में जानलेवा भी हो सकती है। कई इलाकों में बिजली भी कम आती है, हीटर चलाना मुश्किल। इसलिए सरकार का ये फैसला बिल्कुल सही है। बच्चों की सुरक्षा सबसे पहले।
निष्कर्ष
तो दोस्तों, इस बार Winter Vacation 2025 कश्मीर के बच्चों के लिए सबसे लंबी और मज़ेदार छुट्टी बन गई है। 50 दिन तक स्कूल बंद – पढ़ाई बाद में, अभी तो ठंड में मज़े लो, कांगड़ी सेंको, हरीसा खाओ और ढेर सारी नींद लो!